काखे जउन बचन तै मोके दय, मै उनही दइ दय हव, उन उके स्वीकार करे हबै, सही हे जान गय हबै, कि मै तोर पल्ला लग आय हव, अउ बिस्वास कर लय हबै, कि तहिन मोके पठोय हबस।
तुम तो अपन बाफ भुतवा लग हबा अउ अपन बाफ के इक्छा के पूर करै के चाहथा, ऊ तो सुरू लग खूनी रथै, ऊ सत्य हे ठाड नेहको रथै, काखे ओखर हे सत्य नेहको हबै जब ऊ झूठ बोलथै, ता अपनेन आदत के जसना बोलथै, काखे ऊ झूठा हबै अउ झूठ कर बाफ हबै।