41 कुछ मनसे कथै, हइ मसीह हबै, पय कुछ मनसे कथै, का मसीह गलील परदेस लग आही?
अन्द्रियास पहिले अपन सगा भाई समोन लग मिलके कथै, “हमही मसीह मिल गय हबै जेखर मतलब हबै, अभिसेक करे हर हबै।”
नतनएल ओखर लग कथै, “का कउनो निक्खा चीज नासरत लग निकर सकथै?” फिलिप्पुस ओखर लग कथै, “चलके देख लेया।”
नतनएल ओही जबाब देथै, “हे गुरू तै भगवान कर टोरवा हबस, तै इस्राएल के राजा हबस।”
डउकी ओखर लग कथै, “मै जानथो, कि मसीह जउन अभिसिक्त कहाथै, ऊ आमै बाले हबै, जब ऊ आही ता हमही सगलू बात गुठेही।”
“आबा अक्ठी मनसे के देखा, जउन सगलू कुछु मोके गुठे दय हबै, जउन मै काम करे रथो, कहुं इहै तो मसीह नेहको हबै?”
अउ सामरी मनसे डउकी लग कथै, “अब हम तोर गुठे लग बिस्वास नेहको करथन, काखे खुदय सुने हबन अउ जानथन, कि इहै सही हे दुनिया के मुकतिदाता हबै।”
अउ हम बिस्वास करथन अउ जानथन, कि भगवान के पवितर टोरवा तहिन हबस।
एही तो हम जानथन, कि ई मनसे कछो लग आय हबै, पय जब मसीह आही, ता कउ नेहको जानही, कि ऊ कछो कर हबै।”
ऊ भीड मसे बोहत मनसे यीसु हे बिस्वास करथै अउ कहै लागथै, कि जब मसीह आही, ता का एखर लग बोहत चकित के काम दिखाही, जउन हइ मनसेन हे देखाय हबै?
उन निकोदेमुस के पूछथै, “कहुं तहु तो गलीली नेहको हबस? किताब के पढ अउ देख कउनो ग्यानी मनसे के आमैके गलीली परदेस लग नेहको होथै।”