हइ बात हे मनसे ओखर लग कथै, “हम किताब के हइ बात सुने हबन कि मसीह सबरोज रही, फेर तै काखे कथस, कि मनसे कर टोरवा के उप्पर उठाय के जरूरी हबै, हइ मनसे के टोरवा कोन हर हबै?”
बिना आतमा के मनसे भगवान कर आतमा के बात के गरहन नेहको करथै, काखे इनही ऊ मूरुख मानथै अउ उके समझै लग बाहिर हबै, काखे आतमा के सहायता लग ऊ सिक्छा के परख पवितर आतमा के दवारा करे जथै।