काखे जउन बचन तै मोके दय, मै उनही दइ दय हव, उन उके स्वीकार करे हबै, सही हे जान गय हबै, कि मै तोर पल्ला लग आय हव, अउ बिस्वास कर लय हबै, कि तहिन मोके पठोय हबस।
मै तुम्हर लग सही कथो, जउन मोर बचन सुनके मोर पठोय बाले भगवान के उप्पर बिस्वास करथै, सबरोज के जीवन ओखरेन हबै अउ ओखर हे सजा के आदेस नेहको होथै, पय ऊ मिरतू के पार करके जीवन हे घुस चुके हबै।
हइ उहै हबै, जउन निरजन परदेस के मंडली हे ऊ स्वरगदूत के संग रथै, जउन सीनै डोंगर हे ओखर लग बात करिस, ऊ हमर सियानन के संगो रथै, भगवान लग जिन्दा बचन मिलथै, जेही हमर लिघ्घो तक पहुंचिस।