53 यीसु उनखर लग कथै, मै तुम्हर लग सही-सही कथो, कि जब तक तुम मनसे कर टोरवा के मांस के नेहको खइहा अउ ओखर खून नेहको पिहा, तब तक तुम्हर हे जीवन नेहको होही।
मै तुम्हर लग सही कथो, जब तक बादर अउ भुंइ समापत नेहको हुइ जथै, तब तक मूसा कर नियम के किताब अक-अक्ठी बात अउ अक-अक्ठी सब्द रही, ऊ तब तक बने रही, तब तक ऊ पूर नेहको जही।
तुम मोर हे बने रइहा अउ मै तुम्हर हे बने रइहों, जउन मेर डगइल अगर रूख हे नेहको बने रही, ता अपनै लग नेहको फड सकथै, उहै मेर तुमो मोर हे नेहको बने रइहा, ता तुमो फडुहा नेहको लान सकिहा।
स्वरग लग उतरे हर ऊ जीवन के रोटी हे आंव, अगर कउ हइ रोटी मसे खाही, ता ऊ सबरोज जिन्दा रही अउ जउन रोटी मै देहुं, ऊ मोर देह हबै जउन मै दुनिया कर मनसेन के निता बलि करिहों।