हइ बात हे कुछ फरीसी मनसे कहे लागथै, हइ मनसे भगवान के पल्ला लग नेहको आय। काखे ऊ सुस्ताय कर रोज के नियम के नेहको मानथै, दूसर मनसे कथै, “पापी मनसे असना चकित के चिन्ह कइसन दिखाय सकथै?” हइ मेर उनखर बीच हे झगडा हुइ गइस।
बिना आतमा के मनसे भगवान कर आतमा के बात के गरहन नेहको करथै, काखे इनही ऊ मूरुख मानथै अउ उके समझै लग बाहिर हबै, काखे आतमा के सहायता लग ऊ सिक्छा के परख पवितर आतमा के दवारा करे जथै।