उछो अक्ठी मनसे रथै जेखर हाथ झुराय हर रथै, उन मनसे यीसु लग पूछथै, “मूसा कर नियम के जसना सुस्ताय कर रोज कउनो के निक्खा करै के उचित हबै?” उन इहैनिता पूछथै कि ओखर हे दोस लगाय सकि।
तुम सुस्ताय कर रोज मनसेन के खतना इहैनिता करथा, कि मूसा कर नियम झइ टूटै, ता तुम मोर उप्पर काखे गुस्सा करथा, कि मै सुस्ताय के रोज अक्ठी मनसे के पूर तरह लग निक्खा कर दयों?
हइ बात हे कुछ फरीसी मनसे कहे लागथै, हइ मनसे भगवान के पल्ला लग नेहको आय। काखे ऊ सुस्ताय कर रोज के नियम के नेहको मानथै, दूसर मनसे कथै, “पापी मनसे असना चकित के चिन्ह कइसन दिखाय सकथै?” हइ मेर उनखर बीच हे झगडा हुइ गइस।