19 डउकी ओखर लग कथै, “हे परभु, मोके लागथै, कि तै ग्यानी मनसे हबस।
मनसे कथै, हइ गलील के नासरत के ग्यानी मनसे यीसु हबै।
यीसु उनखर लग कथै, का हुइस? उन जबाब देथै, बात यीसु नासरी के हबै, ऊ भगवान अउ सगलू मनसे के नजर हे काम अउ बचन के सक्तिसाली नबी रहिस।
सगलू मनसे देखके उनखर भित्तर डर छाय जथै, अउ उहां सगलू मनसे भगवान के बडाई करै लग जथै, अउ मनसे कथै हमर बीच हे अक्ठी बोहत बडा ग्यानी मनसे आय हबै, अउ भगवान अपन परजा के सुधि लय हबै।
जउन फरीसी यीसु के नेउता देथै, ऊ हइ देखके मन ही मन कथै, “अगर हइ मनसे ग्यानी मनसे होतिस, ता जरूर जान जातिस, जउन डउकी इके छीथै ऊ कउन अउ कसना हबै, ऊ तो पापिन हबै।”
काखे तै पांचठे डउका कर चुके हवस अउ जेखर लिघ्घो तै हबस, ऊ तोर डउका नेहको हबै, ई तै सही कहे हबस।”
“आबा अक्ठी मनसे के देखा, जउन सगलू कुछु मोके गुठे दय हबै, जउन मै काम करे रथो, कहुं इहै तो मसीह नेहको हबै?”
मनसे यीसु के हइ चकित चिन्ह के काम देखके बोले लग जथै, जरूर इहै ग्यानी मनसे हबै, जउन दुनिया हे आमै बाले रथै।
तब भीड मसे कुछ मनसे हइ बात सुनके कथै, सहीमा ऊ ग्यानी मनसे हबै जउन आमै बाले रथै।
उन फेरै अन्धरा मनसे लग पूछथै, “जउन तोर आंखी खोले हबै, ओखर बारे हे तै काहिन कथस?” ऊ जबाब देथै, “ऊ ग्यानी मनसे हबै।”