ऊ भोजन के निता मेहनत झइ करा, जउन नास हुइ जही, पय ओखर निता मेहनत करा जउन सबरोज के जीवन ठहरथै, जउन मनसे कर टोरवा तुमही देही काखे बाफ भगवान उहै हे छाप लगाय हबै।
जउन हमर उप्पर अपन मालिक के छाप लगाइस अउ हमर भित्तर गवाही के रूप हे ऊ पवितर आतमा हमर मन हे दइस जउन हइ बात के साबूत हबै, कि जउन दे का बचन ऊ हमके दय हबै, उके ऊ हमके देही।
भगवान इके उन मनसेन के निता पूरी तरह लग साफ सुथरा के देमै चाहथै, जिनही उके पामै के रथै, जेही देय के निता टीमा करे रथै कि ऊ अपन ओजना के कबहुं नेहको बदलही। इहैनिता अपन बचन के संग भगवान अपन किरिया के जोड देथै।