उन लालच हे तुमही अपन मन गडन्त बातन हे फसाय के तुम्हर लग बेकार फायदा उठाही, उनखर निता नियाव सजा पहिले लग तय हुइ चुके हबै, अउ ऊ उनखर पाछू करत हबै, उनखर नास सोय हर नेहको हबै।
यीसु ओखर लग कथै, “मोके झइ छि काखे मै अब तक बाफ के लिघ्घो उप्पर नेहको गयों, पय मोर भाई के लिघ्घो जाय के उनही कहि दे, कि मै अपन बाफ अउ तुम्हर बाफ अउ अपन भगवान अउ तुम्हर भगवान के लिघ्घो उप्पर जथो।”