36 हइ इहैनिता होथै कि पवितर किताब हे जउन बात कहे गय रथै, ऊ पूर होय, “ओखर अकोठे हाडा नेहको टोरे जाय।”
हइ सगलू इहैनिता हुइस, कि भगवान कर संदेस जउन बचन परभु ग्यानी मनसे के दवारा कहे रथै, ऊ पूर होय।
मै तुम सबके बारे हे नेहको कथो, मै जानथो कि मै कउन-कउन मनसेन के चुने हव, पय हइ इहैनिता होथै कि पवितर किताब के हइ बचन पूर होय, जउन मोर रोटी खाथै, उहै मोर बिरोध हे ठाड हबै।
जब उन अपन हे कथै, हम एही झइ चीरी, पय ऐहमा चिट्ठी डाली कि हइ केही मिलही। हइ इहैनिता होथै कि पवितर किताब हे जउन कहै गय रथै, कि ऊ पूर होय, उन मोर बन्डी हे चिट्ठी डालिन, अउ उन मोर खुरथा पइजामा के बांट लेथै, अउ सिपाही ओसनेन करथै।
एखर बाद यीसु हइ जानथै कि अब सगलू कुछु पूर हुइ चुके हबै, पवितर किताब हे जउन कहे गय रथै ऊ पूर करै के निता कथै, “मै पियासे हव।”