19 पिलातुस अक्ठी दोस चिट्ठी लिखवाय के क्रूस हे लगवाय देथै अउ ओहमा हइ मेर लिखररे रथै, “यीसु नासरी यहूदिन के राजा।”
अउ नासरत नाम के सहर छो जायके बस जथै, ताकि ऊ बचन पूर होय जउन ग्यानी मनसेन के दवारा गुठेय गय रथै, “ऊ नासरी कहाही।”
उन यीसु के मूड के उप्पर ओखर दोस चिट्ठी लिखके टंगाय देथै, “हइ यहूदी के राजा यीसु हबै।”
उके हइ अरोप लगाथै, कि यहूदी के राजा हबै।
मनसे ओखर लग कथै, यीसु नासरी जथै।
अउ ओखर उप्पर ई बात के इलजाम चिट्ठी लगाय देथै, “हइ यहूदी के राजा हबै।”
नतनएल ओही जबाब देथै, “हे गुरू तै भगवान कर टोरवा हबस, तै इस्राएल के राजा हबस।”
तब पिलातुस फेरै राजभवन घर के भित्तर गइस अउ यीसु के बुलाय के ओखर लग पूछथै, “का तै यहूदिन कर राजा हबस?”
हइ बात हे पिलातुस ओही छांड देमै के चाहथै, पय यहूदी नेता चिल्ला-चिल्लाय के कहे लग जथै, “अगर तै एही छांड दइहे, ता तै कैसर के संगी नेहको हबस, जउन खुद के राजा कथै, ऊ कैसर के बिरोध करथै।”
हइ फसह तेउहार के तइयारी के रोज रथै अउ करीबन दुपहरी के टेम रथै, तब पिलातुस यहूदी नेता लग कथै, “इहै हबै तुम्हर राजा।”
तब यहूदी पंडित पिलातुस लग कथै, यहूदिन के राजा झइ लिख, बलुक ऊ कहे रथै, “मै यहूदिन कर राजा हव।”
अउ उन अक्ठी-अक्ठी करके ओखर लिघ्घो आयके ओखर मुंह हे झापड मारत कहे लागथै, यहूदिन के राजा कर जय।
“मै खुदय सोचत रहों, नासरी यीसु के नाम के बिरोध करै के निता जउन बने पडै ऊ बोहत कुछु करव।
पय पतरस कथै, “मोर लिघ्घो चांदी अउ सोना तो नेहको हबै, पय जउन कुछु हबै मै तोके देथो, यीसु मसीह नासरी के नाम लग रेंग बाग।”