18 जाड के कारन हरवाह अउ सिपाही कोइला के आगी जलाय रथै अउ ठाढ हुइके आगी तापत रथै अउ पतरसो उनखर संग आगी तापथै।
पतरस दुरिहां लग चले आथै, ऊ पुजारी के अंगना के भित्तर तक जथै, अउ सिपाही के संग बइठ के आगी तापय लागथै
पतरस के आगी तापत देखथै, ऊ धियान लग देखथै, ता कहै लागथै, “तहु यीसु नासरी के संग रथस।”
यीसु बोहत पीरा हे चिन्तित हुइके, जब भगवान लग बिनती करै लग जथै अउ ओखर पसीना खून के बून्द बडी-बडी भुंइ हे टपकथै।
समोन पतरस ऊ टेम ठाढ हुइ के आगी तापत रहिस, कुछ मनसे ओखर लग कथै, “कहुं तै ओखर चेला मसे तो नेहको हबस?” ऊ मना करके कथै, “मै नेहको आंव।”
इहैनिता यहूदा, सिपाही, पंडित अउ फरीसिन के संग उछो पहुंच जथै अउ उनखर लिघ्घो मसाले, चिमनी अउ हथियार रथै।
जब उन समुन्दर के टाठा हे उतरथै, ता उन कोइला के आगी हे धररे हर मछडी अउ रोटी के देखथै।
पतरस अउ यूहन्ना के छांड दय गइस, ऊ फेरै लग ऊ मनसे के समूह हे गइन अउ उनखर लग जउन कुछ खास याजक अउ सियान लग कथै, उनही सगलू बात गुठे देथै।
धोखा झइ खइहा, “बेकार संगत निक्खा आदत के बिगाड देथै।”