10 समोन पतरस के लिघ्घो अक्ठी तलबार रथै, ऊ खीचिस अउ पंडित के हरवाह के मारथै, ओखर दहिना पल्ला के कान काट देथै, ऊ सेबक के नाम मलखुस रथै।
यीसु पतरस लग कथै, मै सही कथो, आज के रात कुकडी दुइ बार बांसय के पहिले, तै तीन बार मोके मना करबे।
पय उन मसे अक्ठी चेला अपन तलबार निकाडके, पुजारी के अक्ठी हरवाह के कान के काट देथै।
पय समोन ओखर ले कथै, हे परभु मै तोर संग जेल जाय अउ मरै के तइयार हबो।
पंडित के अक्ठी हरवाह ऊ मनसे के रिस्तेदार रथै, जेखर कान पतरस काट दय रथै, ऊ पूछथै, “का मै तोके ओखर संग बगइचा हे नेहको देखे रथो?”