अब मै दुनिया हे नेहको रइहों, मै तोर लिघ्घो आउथो, पय उन सब दुनिया हे हबै, हे पवितर बाफ उनही अपन ऊ नाम हे, जउन तै मोके दय हबस, उनखर मदद कर कि उन अक्ठी हुइ जाय, जसना हम अक्ठी हबन।
मै उनखर हे अउ तै मोर हे, जेखर लग उन पूरी तरह लग अक्ठी हुइ जाय अउ दुनिया हइ जान लेय कि तै मोके पठोय हबस अउ जउन मेर तै मोर लग माया करे, उहै मेर उनखरो लग माया करे हबस।
काखे जउन बचन तै मोके दय, मै उनही दइ दय हव, उन उके स्वीकार करे हबै, सही हे जान गय हबै, कि मै तोर पल्ला लग आय हव, अउ बिस्वास कर लय हबै, कि तहिन मोके पठोय हबस।
कि तै उनखर आंखी उघार कि उन अंधियार लग उजियार के पल्ला अउ भुतवा के हक ले भगवान के पल्ला फिरै, कि पापन के छमा अउ उन मनसेन के संग जउन मोर हे बिस्वास करै लग पवितर करे गइन बरदान पामै।
भगवान अपन दिमाक के जसना कबहुं हइ नेहको चाहिस कि हइ दुनिया अपन ग्यान के दवारा भगवान के झइ चीन सकै। इहैनिता भगवान संदेस के परचार मूरखन के दवारा बिस्वास करै बाले के मुकति दे।
हइ दुनिया के भगवान उन अबिस्वासिन के दिमाक के अंधियार हे डाल दय हबै, कि ऊ भगवान के परति छाप हे मसीह के महिमा के संदेस लग अलगे रहै उजियार के झइ देख पामै।
फेर तो कबहुं कउ मनसे अपन परोसी के असना नेहको सिखइहीं, अउ न कउ मनसे अपन भाइन, लग कबहुं कइहीं तुम परभु के चीन्हा। काखे तब तो उन सब नान लग, लइके बडा तक मोके जनहीं।