9 पाप के बारे हे काखे उन मोर हे बिस्वास नेहको करथै।
जउन बिस्वास करथै, अउ बतिस्मा लेथै, उहै मुकति पइहिन, पय जउन बिस्वास नेहको करथै, ऊ मनसे दोसी ठहरहिन।
जब ऊ दुनिया हे आही, ता पाप, नियाइपन अउ सजा के बारे हे दुनिया के दोसी सिध्द के देही।
अक्ठी टेम रथै, जब नियम नेहको रथै अउ मै जिन्दा रथो, पय आदेस के आमै लग पाप जिन्दा हुइस।
मै तो पहिले निन्दा करै बाले, बुराई करे बाले अउ गलत काम करे बाले, अउ अधरमी रथो, पय मोर उप्पर दया करे गय हबै, काखे अबिस्वास के कारन मै हइ नेहको जानत रहों कि मै का करथो।
हे भाई, सचेत रइहा कहुं तुम्हर मसे कउनो के मन हे पाप अउ अबिस्वास झइ समाय जाय जउन तुमही जिन्दा भगवान लग दुरिहां भटकाय दे।