जब ऊ सही के आतमा आही, ता तुमही सगलू सही के रास्ता तुमही गुठेही, काखे ऊ अपन तरफ लग नेहको कहि, बलुक ऊ जउन कुछु सुनही उहै कहि अउ तुमही आमै बाले बातन के बारे हे गुठेही।
यीसु अपन मिरतू कर बाद ऊ अपन खुद के बोहत लग मजबूत सबूत कर संग उनखर आगू परगट करिस कि ऊ जिन्दा हबै, ऊ चालीस रोज तक उनही दिखाई देत रथै अउ उनखर लग भगवान कर राज के बारे हे बात करथै।