ऊ अक रोज निस्चित करथै, जब ऊ अपन नियुक्त करे गइस, अक्ठी डउका के दवारा नियाव के संग दुनिया के निरनय करही, भगवान मरे हर मसे उके जिलायके ऊ हर कउनो के हइ बात के सबूत दय हबै।
काखे संदेस हे हइ दरसाय गय हबै, कि भगवान मनसे के अपन जसना सही कइसन बनाथै, हइ सुरु लग आखरी तक बिस्वास हे टिके हबै, जसना कि किताब हे लिखे हबै, धरमी मनसे बिस्वास लग जिन्दा रही।
धरम के हइ रहस्य बिना संका के बडा हबै, मसीह देह के रूप हे परगट हुइस, पवितर आतमा के दवारा सही परमानित हुइस, अउ स्वरगदूत के दिखाई दइस, दूसर जात हे ओखर परचार हुइस, दुनिया भर के मनसे ओखर उप्पर बिस्वास करिन, अउ ऊ महिमा हे उप्पर उठाय लय गइस।