ता ऊ हरवाह के मालिक, असना रोज आ जइ, जब उके नेहको ओरगी, अउ उहै टेम जेखर बारे हे उके पता नेहको हबै, ता मालिक उके कठोर दन्ड दइके ओखर गिनती अबिस्वासी हे कर दइ।
अगर मै उनखर बीच हे चकित के काम नेहको करे होतो, जेही कउनो अउ कबहुं नेहको करिन, ता उन पापी नेहको ठहरतिन, पय अब तो उन देख के मोर लग अउ मोर बाफ लग बैर करे हबै।
तब ले नेहको दिखाई देय बाले गुन अउ सबरोज के सक्ति देय बाले दुनिया के दयनिक आचरन दुनो के साफ-साफ समझे अउ देखे जाय सकथै, उनही भगवान बनाय हबै असना गुठेय जथै।