पय ई बातन के आगू ऊ मनसे तुमही बन्दी बना लइहीं अउ सतइही, ऊ तुम्हर उप्पर अधिकार के आदेस चलाय के निता तुमके मंडली दरबार हे दइ देइही अउ फेर मोर नाम के कारन ऊ तुमही, राजा अउ राजपालो के आगू लइ जइही।
अगर मै उनखर बीच हे चकित के काम नेहको करे होतो, जेही कउनो अउ कबहुं नेहको करिन, ता उन पापी नेहको ठहरतिन, पय अब तो उन देख के मोर लग अउ मोर बाफ लग बैर करे हबै।