यीसु उनखर लग कथै, का तुम पवितर किताब के कबहुन नेहको पढे हबा, जउन पथरा के मिसतिरी बेकार समझ के फटक दय रथै, उहै कोन्टा के नीह के पथरा बन गइस, हइ परभु के काम हबै, अउ हमर नजर हे अदभुत हबै।
यीसु अपन चेलन के सिखामै लागथै, मनसे कर टोरवा जरूरी हबै कि सताय जही, अउ सियान, पुजारी अउ नियाव के गुरू के दवारा बेकार समझ के मारे जहुं, पय तीसर रोज जी उठहुं।
यीसु कथै, “मनसे कर टोरवा के बोहत परेसानी उठामै के होही, हइ जरूरी हबै सियान अउ पंडित अउ नियाव के गुरू दवारा बेकार समझ के मार डरहीं अउ ऊ तीसर रोज जिन्दा हुइ जाय।”
ऊ अक रोज निस्चित करथै, जब ऊ अपन नियुक्त करे गइस, अक्ठी डउका के दवारा नियाव के संग दुनिया के निरनय करही, भगवान मरे हर मसे उके जिलायके ऊ हर कउनो के हइ बात के सबूत दय हबै।
हमर मंडली आमै के निता झइ छांडा, जसना कि कुछ मनसे करथै बकि हम अक दूसरे के हिम्मत बांधी। अउ जसना कि तुम देखत हबा कि ऊ दिन लिघ्घो आउत हबै, ता असना करिहा कि अउ जादा परभु के संगति करिहा।
तुम सचेत रहा, तुम बोलै बालेन के बात सुनै हे अनसुना झइ करा, जउन मनसे भुंइ हे चेतावनी देय बालेन के आरो के अनसुना के दय रहिन, अगर उन नेहको बच सकिन, ता हम कसके बच सकब, अगर हम स्वरग लग चेतावनी देमै बाले के आरो अनसुनी के देब?
भगवान के बचन जिन्दा अउ किरयासील हबै, ऊ कउनो दुइधारी तलबार लग बडके चोंख हबै अउ परान अउ आतमा के अउ गांठ-गांठ अउ गूदा-गूदा के अलगे करके आर-पार छेदथै अउ हिरदय के आदत अउ मन के जानथै।