हइ बात सुनके उन चिल्लाय उठथै, “एही लइ जा, एही क्रूस हे टंगाबा” पिलातुस उनखर लग कथै, “का मै तुम्हर राजा के क्रूस हे टंगाय दो?” पंडित जबाब देथै, “कैसर के छांड के अउ कउनो राजा नेहको हबै।”
भगवान के हरवाह मूसा कर गीत अउ गेडरा के गीत गाय गायके कथै, “हे सर्वसक्तिमान परभु भगवान, तोर काम बडा अउ चकित हबै, हे जुग-जुग के राजा, तोर रास्ता निक्खा अउ सही हबै।”
एखर बाद मै देखो कि मोर आगू अक्ठी बडा भीड के ठाढ देखे रथो, जेखर गिनती कउ नेहको कर सकथै, हइ भीड मसे हर कुर के मनसे, हर भासा के मनसे रथै, उन ऊ राजगद्दी अउ ऊ गेडरा के आगू ठाढ रथै, ऊ चरका खुरथा पइजामा पहिने रथै अउ उन अपन हाथन हे खजूर के डगइल लय हर रथै।