53 पय उहै रोज लग यहूदी नेता यीसु के मारै के निता योजना बनामै लग जथै।
एखर बात फरीसी मनसे मंडली लग बाहिर जाय के यीसु के खिलाफ अक्ठी योजना बनामै लगिन।
उहै टेम लग यीसु अपन चेलन के गुठेमै लग जथै, कि “मोके यरुसलेम नगर छो जायके पडही अउ जरूरी हबै कि मै उछो पुजारी, सियान अउ गुरू के हाथ लग बोहत दुख उठाय जहुं अउ मार डारे जइहों अउ तीसर रोज जिन्दा हुइ जइहों।”
एखर जबाब हे कउनो फरीसी यीसु के कुछु नेहको बोल सकिन, उहै रोज लग कोनो मनसे यीसु लग कुछु सबाल पूछै के हिम्मत नेहको होथै।
अउ अपनै हे सोच बिचार करथै, कि यीसु के चुपके लग उके पकडवाय के मरवा डारी।
पुजारी अउ सगलू दरबार यीसु के मारै अउ उके फसामै के निता झूठी गवाह ढूंढथै।
फसह के तेउहार अउ अखमीरी के रोटी, के तेउहार हे दुइ रोज बाकी रथै, अउ पुजारी अउ नियाव के गुरू ताक हे रथै, कि यीसु के धोखा हे कसना पकडी, अउ मार डारी।
ता फरीसी मनसे बाहिर निकरै के बाद हरबी हेरोदियो राजा के मनसे यीसु के पकडै के बारे हे सोचथै, कि उके कसके मारी।
तब परधान याजक अउ फरीसी दरबार लगाइन अउ कथै, “हम काहिन करी? हइ मनसे बोहत चिन्ह दिखाथै।
तब परधान याजक लाजर के मार डारै के बिचार करथै।
हइ बातन के बाद यीसु गलील सहर के आने जिघा हे यातरा करै लगिस, ऊ यहूदा परदेस जाय के निता नेहको चाहथै, काखे यहूदी मनसे ओही मार डारै के चाहथै।
जब महासभा कर सदस्य हइ सुनथै ता उन बोहत गुस्सा हुइ जथै अउ उन चाहथै कि चेलन के मार डारी।
बोहत रोज गुजर जाय के बाद यहूदी अक संग मिलके उके मार डारय के जुगाड बनाथै।