1 लाजर नाम के अक्ठी मनसे नांगा हे रथै, मरियम अउ ओखर बेहन मारथा बैतनिय्याह गांव के रहै बाले रथै।
ता यीसु उनही छांड के यरुसलेम नगर के बाहिर बैतनिय्याह गांव छो कढ जथै अउ उहैं रात गुजाडथै।
जसना ही यीसु यरुसलेम नगर के लिघ्घो आथै, अउ बैतफगे अउ बैतनिय्याह गांव के लिघ्घो पहुंचथै, जैतून के डोंगर हे यीसु मसीह दुइठे चेला के गुठे के पठोथै।
एतका कहै के बाद यीसु अपन चेलन लग कथै, हमर संगी लाजर सोय गय हबै, पय मै ओही जगामै के निता जथो।
बैतनिय्याह यरुसलेम के लिघ्घो कउनो तीन किलो मीटर दुरिहां रथै।
इहैनिता उनखर भाई के मिरतू के सान्ति देय के निता यहूदी नेता अउ यहूदी परदेस के मनसे मारथा अउ मरियम के लिघ्घो आय रथै।
इहैनिता दोनो बेहन यीसु के खबर पठोथै, हे परभु, देख जेखर लग तै माया करथस, ऊ नंगाय गय हबै।
तब भीड के उन मनसे गवाही देथै, जउन ऊ टेम यीसु के संग रथै, जब ऊ लाजर के मरघटी हे मरे हर मसे जिन्दा करथै, उन मनसे देखे रथै।
जब फसह तेउहार हे आय यहूदी के बडी भीड के हइ पता चलथै, कि यीसु बैतनिय्याह गांव हे हबै, ता ओखर लग मिलै आथै, न केबल ओखर लग बलुक ऊ लाजर के देखै के निता आय रथै, जेही यीसु मरै के बाद हे फेरै जिन्दा कर दय रथै।
उहै रोज ऊ नांगा हे मर गइस, मनसे उके नहुवाय के ओखर लोथ के अटारी बाले पटउंहा हे धर देथै।