29 जउन कुछु मोर बाफ उनही मोके सउपे हबै, ऊ सब लग बडा हबै अउ ओही बाफ के हाथ लग कउ नेहको छांडय सकहिन।
मै उनही सबरोज के जीवन देथो, उन कबहुन नास नेहको हुइहिन अउ कउनो उनही मोर हाथ लग नेहको छांडय पइहिन।
मै अउ बाफ अक्ठिन हबन।”
मोर बात सुरता रखिहा, मै जथो अउ तुम्हर लिघ्घो फेर लउट के आहुं, अगर तुम मोर लग माया करथा, ता हइ बात लग खुस हुइता कि मै बाफ के लिघ्घो जथो, काखे बाफ मोर लग बडा हबै।
अब मै दुनिया हे नेहको रइहों, मै तोर लिघ्घो आउथो, पय उन सब दुनिया हे हबै, हे पवितर बाफ उनही अपन ऊ नाम हे, जउन तै मोके दय हबस, उनखर मदद कर कि उन अक्ठी हुइ जाय, जसना हम अक्ठी हबन।
काखे तै ओही सगलू मनसेन के उप्पर हक दय हबस, कि ऊ सगलू सबरोज कर जीवन दे, जेही तै सउपे हबस।
तै जउन मनसेन के दुनिया मसे चुनके मोके सउपे हबस, उनखर हे मै तोर नाम परगट करे हव, उन तोर रथै, अउ तै उनही मोके सउपे हबस अउ उन तोर बचन के पालन करे हबै।
मै उनखर निता बिनती करथो, मै दुनिया के निता बिनती नेहको करथो, पय उनखर निता जिनही तै मोके सउपे हबस, काखे उन तोर हबै।
बाफ जेही मोके सउप देथै, ऊ सगलू मोर लिघ्घो आही अउ जउन कउ मोर लिघ्घो आथै, मै उके कबहुन नेहको छंडिहों।