जसना कि मनसे कर टोरवा ऊ इहैनिता नेहको आय हबै कि ओखर सेबा करे जाय, पय इहैनिता आय हबै कि खुदय सेबा करै अउ बोहत मनसेन के पाप लग छंडामै के निता अपन जीव दे।
काखे ऊ मेमना जउन राजगद्दी के बीच हे हबै, उनखर देखभाल करही, ऊ उनके जीवन दे बाले पानी के झरना के लिघ्घो लइ जही अउ भगवान उनखर आंखी के हर आंसू के पोंछ देही।”