जसना कि मनसे कर टोरवा ऊ इहैनिता नेहको आय हबै कि ओखर सेबा करे जाय, पय इहैनिता आय हबै कि खुदय सेबा करै अउ बोहत मनसेन के पाप लग छंडामै के निता अपन जीव दे।
“हे ढोंगहा गुरू अउ फरीसी तुमही लानत हबै, तुम मनसेन के निता स्वरग राज कर दूरा के बन्द करथा, न खुद ओहमा घुसथा अउ न उनही जाय देथा, जउन जाय के निता परयास करथै।”
अगर कउ मोर बात के सुनके नेहको मानथै, ता मै ओही दोसी नेहको ठहराहुं, काखे मै दुनिया के दोसी ठहरामै के निता नेहको, बलुक दुनिया के मुकति करै के निता आय हव।
स्वरग लग उतरे हर ऊ जीवन के रोटी हे आंव, अगर कउ हइ रोटी मसे खाही, ता ऊ सबरोज जिन्दा रही अउ जउन रोटी मै देहुं, ऊ मोर देह हबै जउन मै दुनिया कर मनसेन के निता बलि करिहों।
भगवान इके उन मनसेन के निता पूरी तरह लग साफ सुथरा के देमै चाहथै, जिनही उके पामै के रथै, जेही देय के निता टीमा करे रथै कि ऊ अपन ओजना के कबहुं नेहको बदलही। इहैनिता अपन बचन के संग भगवान अपन किरिया के जोड देथै।
इहै कारन हबै कि जउन मनसे यीसु के दवारा भगवान के लिघ्घो आथै, ऊ उनही सबरोज के निता मुकति करै के सक्ति हबै, काखे ऊ हमर पल्ला लग पराथना करै के निता जुगजुग जिन्दा हबै।