18 एलिय्याह फेरै पराथना बिनती करिस, ता बादर लग पानी बरसिस, अउ भुंइ हे दाना उपजिस।
पय तुमके ऊ अपन खुद अपन गवाह देय बिगर नेहको छांडिस। काखे ऊ तुम्हर संग भलाई करिस, ऊ बादर लग पानी दइस अउ मउसम के जसना फसल दइस, ऊ तुमही भोजन देथै अउ तुम्हर मन के खुसी लग भर देथै।”