6 ऊ तो अबे सान्ति देथै, जसना कि पवितर किताब हे लिखवरे हबै, “भगवान घमंडिन के बिरोध करथै, पय नम्र मनसे हे अनुगरह किरपा करथै।”
काखे जेखर लिघ्घो हबै, उके अउ दय जही अउ ओखर लिघ्घो बोहत हुइ जही, पय जेखर लिघ्घो नेहको हबै, ओखर लग वहु लइ ले जही जउन ओखर लिघ्घो हबै।
जउन कउ खुद के बड्डे करही, उके नान कर दय जही अउ जउन कउ खुद के नान करही, उहै के बड्डे करे जही।
भगवान राजन के उनखर राजगद्दी लग तरी उतार दइस, अउ बिनम्र मनसेन के उप्पर उठाइस।
काखे जउन अपन खुद के बडा मानथै, ऊ नान करे जही अउ जउन अपन खुद के नान मानथै ऊ बडा करे जही।”
यीसु कथै मै तुम्हर लग सच कथो, ऊ पहिला नेहको बलुक हइ धरमी मनसे पाप लग आजाद हुइ के अपन घर छो गइस काखे जउन कउ खुदय के बडडे बनाही ऊ तरी छो करे जही, अउ जउन अपन खुदय के नान बनाही ऊ उप्पर छो उठाय जही।”
परभु के आगू नम्र बनिहा ता ऊ तुमही सिरोमडी बनाही।
अउ तुम, जबान टोरवा सियानन के कबजा हे रहा, तुम सब नम्र हुइ के अक दूसर के सेबा के निता कनिहा कस के तइयार रइहा, काखे भगवान घमन्डिन के बिरोध करथै, पय ऊ दीनहीन मनसेन हे दया करथै।