13 तुम जउन हइ कथा, “हम आज या कल हमु सहर जउबे, अक साल तक उछो रही के धन्धा करबे अउ पइसा कमाबो” मोर बात सुना।
जउन दुखी हबै, उन असना रहै कि कउनो दुख नेहको हबै, जउन मगन हबै, उन असना मनामै कि कउनो मगन नेहको हबै, जउन कुछु चीज के धंधा करत होय, उन असना करै कि उनखर लिघ्घो कुछु चीज नेहको हबै,
हे धन्नड मनसे, मोर बात के सुना, तुमही रोमैका अउ आंसू बहामै चाही, काखे परेसानी तुम्हर उप्पर आमै बाले हबै।