6 जीभ अक्ठी आगी हबै, ओहमा अधरम के दुनिया भरे पडे हबै, हमर अंगन हे जीभ हबै जउन हमर सगलू देह के असुध्द के देथै, अउ नरक लग चमकदार हुइ के हमर जीवन काल हे आगी लगाय देथै।
पय मै तुम्हर लग हइ कथो, कि कउ अपन भाई या बेहन लग गुस्सा करही, ऊ स्वरग के अदालत हे सजा के लायक होही, जउन कउ अपन भाई के बेकार कहि, ऊ स्वरग के अदालत के सजा के लायक होही, जउन कउनो के मूरुख कहि, ऊ नरक के आगी के लायक होही।
ऊ अब्राहम के गोहराय के कथै, बाफ अब्राहम मोर हे दया कर, अउ लाजर के मोर लिघ्घो पठोय दे, कि ऊ पानी हे अपन अंगठी बुडोय के, मोर जीभ के ठंडवाय दे, काखे कि मै इछो आगी हे तडपथों।
इहैनिता मोर आमै लग मै ओखर कामन के सुरता देबाहुं जउन ऊ बेकार सब्द लग हमर निदरा करथै, ऊ एतका हे मन नेहको भरथै, ता ऊ अपन भाई के सोगत तक नेहको करथै, अउ न करै बालेन के करै देथै, बलुक उनही मंडली लग बाहिर के देथै।
ऊ भुंइ के रहैबाले के चिन्हा चकित के काम दिखाउत कढ गइस, काखे ओखर लिघ्घो पहिले गोरू के मउजूदगी हे चकित के काम दिखामै के सक्ति रथै, दूसर गोरू भुंइ के रहैबाले लग ऊ पहिले गोरू के इज्जत देय के निता जेखर उप्पर तलबार के खत्ता लगे रथै अउ जउन निक्खा हुइ गय रथै, ओखर मूरती बनामै के कहे गइस।