10 अगर कउ मूसा कर नियम के पूरी तरह मानथै, पय ओखर अक्ठी नियम के चूक जही, ता ऊ सगलू नियम के परति पाप करथै,
इहैनिता जेतना मनसे नियम के कामन हे बिस्वास करथै, ऊ सगलू सरापित के बस हे हबै, काखे लिखवरे हबै, “जउन कउ नियम के किताब हे लिखवरे सगलू बातन के नेहको मानथै, ऊ सरापित हबै।”
फेर मै हर अक्ठी खतना करै बाले के गुठे देथो कि उके सगलू नियम के मानैके पडही।
हम सब बेर-बेर पाप करथन, सिध्द ऊ हबै, जेखर बचन हे कउनो मेर के भूल चूक नेहको होथै, ऊ अपन सगलू देह के काबिज हे रख सकथै।
इहैनिता भाई अउ बेहन तुम अपन बुलउवा अउ चुने जाय के साबित करै के निता पूर-पूर परयास करत रइहा, अगर तुम असना करत रइहा ता कबहुन रास्ता लग नेहको भटकिहा अउ न ठोकड खइहा।
अब जउन तुमही ठोकड खाये लग बचा सकथै, अउ ओखर महिमा के उपस्थित हे तोके बडा खुसी के संग निरदोस करके परस्तुत के सकथै।