21 इहैनिता तुम्हर जिन्दगी हे जउन बुराई अउ गुस्सा हबै, उके दूर करके ऊ संदेस के नमरता लग अपनाउत जा, जउन तुम्हर मन हे बोय जथै, अउ तुम्हर आतमा के मुकति करै हे सक्ति हबै।
पय अगर कुछ डगइल टोरे गइस अउ तुम जउन अक्ठी जंगली जैतून हबा, उनखर हे लगाय गय हबा अउ उनखर संग जैतून रूख के जर के अंग होय के कारन अच्छी किसम के सहभागी बन गय हबा।
इहैनिता हे पिरिया भाई अउ बेहन, जब हमर लग हइ टीमा करे गय हबै ता हम भगवान के परति डर के कारन, खुद के देह अउ आतमा के हर अक्ठी पवितर के सुध्द करके अपन बाहरी अउ भीतरी सगलू गुनाह के धोय डारे हबै।
इहैनिता हमु भगवान के धन्यबाद लगेतार करथन, कि जब हमर दवारा भगवान के संदेस के बचन तुम्हर लिघ्घो पहुंचिस, ता तुम उके मनसेन के बचन नेहको पय सहीमा भगवान के बचन समझ के स्वीकार करा, अउ ऊ बचन तुम्हर मन हे, जउन बिस्वास करथा ऊ सक्तिसाली होय।
जब बिस्वास के गवाह एतका बडा भीड लग घेररे हर हबन, ता हम सबैमेर के रुकावट के दुरिहां करी अउ ऊ पाप के छांड के जउन हमर काम लग हमर धियान हटाय देथै अउ यीसु हे अपन नजर लगाय के आबा हम मजबूत के संग दउरबे, जेहमा हमर नाम लिखे गय हबै।
तुम आदेस मान के सत्य के गरहन करे हबा अउ हइ मेर बिना कपट के हरमेसा माया के निता अपन आतमा के पवितर के लय हबै, इहैनिता अब तुमही सुध्द हिरदय अउ तन-मन लगाय के अक दूसर लग माया करै चाही।