ऊ टोरवा भगवान के महिमा के उजेड हबै, भगवान खुद के दरसाथै अउ अपन सक्ति के बचन के दवारा दुनिया के बनाय रखथै अउ सगलू मनसेन के पापन के छमा सुध्द करके भगवान के दहिना पल्ला ऊंच हे जाय के बइठे हबै।
दूसर पुजारी के जसना उके जरूरी नेहको कि रोज दिना आगू अपन पापन के निता अउ फेर मनसे के पापन के निता बलि चढाबै, यीसु तो सबरोज के निता हमर पापन के निता अपन खुद के बलि चढाय दइस।
जब हइ सही हबै ता मसीह के खून केतका सक्तिसाली होही। ऊ सबरोज जिन्दा रहै बाले आतमा के दवारा अपन खुद के अक्ठी सगलू बलि के जसना भगवान के सउप दइस। ता ओखर खून हमर मन के उन मरे हर कामन लग काखे सुध्द नेहको करही, ताकि हम जिन्दा भगवान के सेबा के सकि।
हइ कारन लग मसीह ऊ हबै जउन अक्ठी नबा टीमा के बीचबचाव करथै, ताकि जउन मनसेन के भगवान बोलाय हबै, उन सबरोज आसीस पाय सकै जउन भगवान टीमा करे हबै। असना इहैनिता करे जाय सकथै काखे असना मरिन जउन मनसेन के ऊ पाप लग छोडाथै जउन उन करे रथै जबकि पहिले टीमा दबाव हे रथै।
काखे जब मूसा सगलू मनसेन के आगू नियम के हर अक्ठी आदेस के पढ के सुनाथै, ता उन पानी, लाल ऊन अउ जूफा के संग रकरन अउ बोकडा कर खून लइस अउ किताब हे अउ सबझन मनसेन हे छीटथै,
पय भित्तर बाले कोठा हे केबल मुख्ख पुजारी ओहमा घुसथै अउ उहो साल हे अक्कै बार। मुख्ख पुजारी बिना ऊ खून के कबहुं भित्तर नेहको घुसथै, जेखर लग ऊ खुद अपन निता अउ मनसेन के भूल चूक हे करे हर पाप के निता बलि चढाथै।