भगवान अपन दिमाक के जसना कबहुं हइ नेहको चाहिस कि हइ दुनिया अपन ग्यान के दवारा भगवान के झइ चीन सकै। इहैनिता भगवान संदेस के परचार मूरखन के दवारा बिस्वास करै बाले के मुकति दे।
अउ बिस्वास के बिना भगवान के मगन करै के मुस्किल हबै, जउन भगवान के लिघ्घो आमै चाहथै उके बिस्वास करै के चाही, कि भगवान हबै अउ ऊ उन मनसेन के आसीस देही, जउन भगवान के खोजै हे लगे रथै।
पय हम हइ देखथन कि यीसु कुछ टेम के निता स्वरगदूतन लग नान बन गइस, पय मिरतू लग गुजरै के बाद यीसु के महिमा अउ इज्जत के मुकुट पहिनाय गइस, हइ मेर ऊ भगवान के अनुगरह किरपा लग हर अक्ठी मनसेन के निता मिरतू के मिठास चीख सकै।
जिहां तक लेबिन के बात हबै, उनखर हे दसमा भाग उन मनसेन दवारा अक जिघा करे जथै, जउन मिरतू हबै पय मलिकिसिदक के सबाल हबै दसमा भाग उनखर दवारा अक जिघा करे जथै जउन मूसा कर किताब कथै कि ऊ जिन्दा बने रथै।
मसीह मनसेन के हाथ के बनाय हर पवितर जिघा हे, जउन निक्खा पवितर जिघा के अक्ठी चिन्हा रथै, नेहको घुसिस, जेखर दवारा मसीह हमर पल्ला स्वरग हे भगवान के लिघ्घो उपस्थिति हुइ सकै।