17 ओखरे बारे हे नियम के किताब हइ गवाह देथै, “तै मलिकिसिदक के जसना मेर हरमेसा पुजारी बने रइहे।”
अउ भगवान के दवारा मलिकिसिदक के जसना उके पुजारी के पद मिलिस।
अउ अक्ठी आने जिघा हे ऊ कथै, “तै मलिकिसिदक के जसना, जुगजुग के निता पुजारी बने रही।”
जिछो यीसु हमर तरफ लग हमर लग पहिले पहुंच गय हबै, ऊ मलिकिसिदक के जसना हे सबरोज के निता मुख्ख पुजारी बन गय हबै।
अगर लेवी पुजारी हकदार के दवारा सब कुछ पाय सकथै काखे इहै के आसरा हे मनसेन के मूसा कर किताब पाय रथै। ता कउनो दूसर पुजारी के आमै के जरूरत का हबै? अक्ठी असना पुजारी जउन मलिकिसिदक के परम्परा के होय, न कि हारुन के परम्परा के।
अउ जउन कुछु हम कथन, ऊ अउ साफ होथै कि मलिकिसिदक के जसना अक्ठी अउ पुजारी परगट होथै।
काखे यीसु के ठहराउत टेम परभु भगवान किरिया खथै अउ ओखर लग कथै, “परभु किरिया खाय हबै, अउ ऊ अपन मन कबहुं नेहको बदलही, तै सबरोज पुजारी बने रइहे।”