8 अगर ऊ माटी किटिल्ली बाले पुडरा अउ कांटा उपजाथै, ता ऊ बेकार हबै। ऊ सराप पामै बाले हबै अउ आखरी हे उके आगी हे जलाय जही।
तब राजा अपन टेटरा पल्ला बालेन लग कहि, हे पापी मनसे मोर लग दुरिहां हुइ जा अउ सबरोज बाले आगी हे कढ जा, जउन भुतवा अउ ओखर स्वरगदूत के निता तइयार करे गय हबै।
अब रूख के जर हे टंगिया लग चुके हबै, जउन रूख निक्खा फडुहा नेहको देथै, ऊ काटे जही अउ आगी हे झपोय जही।
जउन रूख निक्खा फडुहा नेहको फरथै, ओही खपलके आगी हे झपोय दय जथै।
यीसु अंजीर के रूख लग कथै, “अब लग तोर कबहुन फडुहा नेहको फरही।” अउ चेला ई बात के सुनथै।
पतरस के यीसु के कहे हर बात सुरता आय जथै, अउ पतरस यीसु लग कथै, “हे गुरू, देखा ई अंजीर कर रूख के तै सराप दे रहस, ऊ रूख झुराय गय हबै।”
अगर कउ मोर हे मजबूत बने नेहको रही, ता ऊ डगइल के जसना फटक दय जथै जउन झुराय जथै, ओही मनसे उठाय के आगी हे झपोय देथै अउ ऊ जर जथै।
पय सजा के अक्ठी बोहत भयानक ओरगे अउ आगी के आंच बाकी हबै, जउन भगवान के बिरोध करै बालेन के नास के देही।
तुम जानत हबा कि ऊ बाद हे अपन बाफ के आसीस दुइबारा पामै के चाहथै, पय ऊ बेकार समझे गइस, ऊ रोउत एखर निता बिनती करिस, तउभरमा ऊ अपन बाफ के मन के नेहको बदल सकिस।
अगर कउनो के नाम जीवन के किताब हे लिखे हर नेहको मिलही, ता उके आगी के झील हे फटक दय जही।