पय तुमके बिस्वास के नीह हे मजबूत अउ अडे बने रहे चाही अउ ऊ आसा लग नेहको भटके चाही, जउन तुमके संदेस के दवारा देबाय गय हबै, ऊ परचार बादर के तरी सगलू रचना के सुनाय गय हबै अउ मै पोलुस ओखर सेबक बने हव।
जेखर लग ऊ हिम्मत नेहको हारै, माया के अकजुट मन हे बंधे रहै, अउ बिस्वास के ऊ पूर धन जउन सच्चे ग्यान लग मिलथै, उनके मिल जाय, हइ मेर भगवान के भेद के सही ग्यान होय, जउन खुद मसीह हबै,
ता आबा हम सही मन अउ पूर बिस्वास के संग अउ अपन पाप लग सुध्द होय के निता हिरदय हे पानी लग झडक अउ अपन देह के सुध्द पानी लग धोय के निस पाप हिरदय लग सगलू बिस्वास के संग भगवान के लिघ्घो आबा।
पय भगवान के घराना हे मसीह तो अक्ठी टोरवा के रूप हे बिस्वास करै के ओग हबै अउ अगर हम अपन हिम्मत अउ ऊ आसा हे बिस्वास के बनाय रखथन ता हमिन ओखर घराना के हबन।
इहैनिता, हे पिरिया भाई अउ बेहन, जब तुम ऊ रोज के ओरगे हबा, ता परियास करा कि परभु के नजर हे पवितर अउ निरदोस पाय जा, अउ तुम्हर हे ओखर सान्ति के निबास होय।