दूसर पुजारी के जसना उके जरूरी नेहको कि रोज दिना आगू अपन पापन के निता अउ फेर मनसे के पापन के निता बलि चढाबै, यीसु तो सबरोज के निता हमर पापन के निता अपन खुद के बलि चढाय दइस।
पय भित्तर बाले कोठा हे केबल मुख्ख पुजारी ओहमा घुसथै अउ उहो साल हे अक्कै बार। मुख्ख पुजारी बिना ऊ खून के कबहुं भित्तर नेहको घुसथै, जेखर लग ऊ खुद अपन निता अउ मनसेन के भूल चूक हे करे हर पाप के निता बलि चढाथै।