जरूरी हबै कि ऊ स्वरग हे ऊ टेम तक रही, जब तक कि हइ सगलू बात पहिलेन जइसन सुधारे नेहको जही, बोहत पहिलेन लग जेखर बारे हे भगवान अपन पवितर ग्यानी मनसेन के दवारा गुठे हबै।
मै अक्ठी असना मनसे के, जउन मसीह के बिस्वासी हबै, जानथो, चउदा साल पहिले हइ मनसे तीसर बेर स्वरग तक उठाय लय गइस, देह के संग या बेगैर देह के, मोके पता नेहको हबै, पय भगवान जानथै।
हम अपन नजर मसीह यीसु हे जउन हमर बिस्वास के दाता अउ सिध्द करै बाले हे लगाय रही, जउन ऊ मगन के निता जउन उनखर निता ठहराय गय रथै, लाज के चिन्ता नेहको करत क्रूस के मिरतू सह लइस अउ भगवान के राजगद्दी के दहिना पल्ला बइठ गइस।
इहैनिता उके हर मेर लग ओखर भाई के जसना बनाय गइस ताकि ऊ भगवान के सेबा हे दया बाले अउ बिस्वास करै बाले पुजारी बन सकै अउ मनसेन के पापन लग छमा के निता जीव दइ सकै।
अउ जउन भटक गय हबै, उनही पछताप करै हे फेरै लाय जही, अपन नुसकान के निता उन हरबेर भगवान कर टोरवा के क्रूस हे चढाथै अउ उनके सगलू मनसेन के आगू बेज्जती करथै।
मलिकिसिदक के न दाय-बाफ हबै अउ न कउनो सियानन के पुरखा तक नेहको मिलथै अउ ओखर पइदाइसी के पता हबै अउ न मरै के कउनो जानकारी हबै। भगवान कर टोरवा मेर ऊ सबरोज के जीवन के निता पुजारी बनै रथै।
मसीह मनसेन के हाथ के बनाय हर पवितर जिघा हे, जउन निक्खा पवितर जिघा के अक्ठी चिन्हा रथै, नेहको घुसिस, जेखर दवारा मसीह हमर पल्ला स्वरग हे भगवान के लिघ्घो उपस्थिति हुइ सकै।