18 कउन मनसेन के बारे हे भगवान किरिया खाय के कहे रथै, इन मोर सुस्ताय के रोज जिघा हे खुस नेहको पइहीं? जरूर उनखरै बारे हे कहे रथै जउन आदेस नेहको मानिन।
जउन टोरवा हे बिस्वास करथै, सबरोज के जीवन ओखरै हबै, पय जउन भगवान के बात के नेहको मानथै, उके जीवन नेहको मिलही, पय भगवान कर गुस्सा ओखे उप्पर बने रही।
जसना तुम परचीन काल लग भगवान के आदेस नेहको माने हबा, ओसनेन यहूदी आदेस नेहको माने हबै, पय अब तुम्हर हे भगवान के किरपा होय हबै।
तब मै गुस्सा हे आयके हइ किरिया खायो, उन कबहुन मोर सुस्ताय के रोज हे नेहको जाय पाइहीं।”
इहैनिता हम ऊ सुस्ताय के रोज के जिघा हे जाय के निता पूर-पूर परयास करा, कहुं असना झइ होय कि उनखर मेर आदेस झइ मानै अउ कउनो मनसे गढहा हे गिर जाय।
काखे हमके उहैमेर संदेस सुनाय गय हबै, जउन संदेस उन सुनथै, ओखर कउनो फायदा नेहको हुइस, काखे आय बाले बिस्वास नेहको करिन।
जिनही पहिले संदेस सुनाय रहिन उन आदेस नेहको मानै के कारन उन तो सुस्ताय के रोज हे नेहको परवेस के सकिन, पय अउ झन के निता सुस्ताय के रोज के दूरा अबे उघरे हर हबै।