पय तुम चेतन्न रइहा, काखे मनसे तोके मंडली हे सोप देही, अउ तुमही मंडली हे पिटही, मोर नाम के चलते तुमही राजपाल अउ राजा के आगू ठाढ करही, कि उनखर निता गवाह होय।
सचेत रइहा कहुं असना झइ होय कि कउनो तुमके असना छूछे अउ नरके दवारा अपन वस झइ करै, जउन मनसे के रीति रिबाज सिक्छा के जसना हबै, अउ मसीह हे नेहको बलुक दुनिया के सिक्छा हे आधारित हबै।
मनसे खुदय हमके गुठेथै, कि तुम्हर इहां हमर कइसा सोगत हुइस अउ तुम कइसन मेर के देबी देउता के छांडके भगवान के लिघ्घो आयन, जेखर लग तुम सही अउ जिन्दा भगवान के सेबक बना।
तुम सचेत रहा, तुम बोलै बालेन के बात सुनै हे अनसुना झइ करा, जउन मनसे भुंइ हे चेतावनी देय बालेन के आरो के अनसुना के दय रहिन, अगर उन नेहको बच सकिन, ता हम कसके बच सकब, अगर हम स्वरग लग चेतावनी देमै बाले के आरो अनसुनी के देब?
जब हइ सही हबै ता मसीह के खून केतका सक्तिसाली होही। ऊ सबरोज जिन्दा रहै बाले आतमा के दवारा अपन खुद के अक्ठी सगलू बलि के जसना भगवान के सउप दइस। ता ओखर खून हमर मन के उन मरे हर कामन लग काखे सुध्द नेहको करही, ताकि हम जिन्दा भगवान के सेबा के सकि।