10 इहैनिता मै उन मनसेन लग गुसाय रहों अउ मै कहे रहों, इनखर मन सबैरोज भटकत रथै, अउ इन मोर रास्ता के नेहको चीनिन।
जब दसोठे चेला हइ बात सुनथै, ता दोनो भाई के उप्पर बोहत गुस्साथै।
तब यीसु उनखर मन के ठोस के देखके निरास होथै, अउ गुस्साय के चारो चउगिरदा देखथै अउ ओखर लग कथै, अपन हाथ मोर पल्ला लान अउ ओखर हाथ निक्खा हुइ जथै।
मै सही बोलथो, इहैनिता तुम मोर हे बिस्वास नेहको करथा।
अउ भगवान हे बिस्वास नेहको करिन भगवान उनही ओसनेन बिगर दिमाक बाले रहै दइस अउ अपन मन के इक्छा लग बेकार-बेकार काम करै लगिन जउन नेहको करै चाही।
अगर मोर झूठ के चलते भगवान कर सच्चाई ओखर महिमा के निता, बोहत करके परगट होथै, ता मोके पापी घोसित काखे करे जथै।
तुम भगवान बाफ के पवितर आतमा के दुखी झइ करा, जेखर लग तुम्हर उप्पर मुकति के रोज के निता छाप दय गय हबै।
हे भाई, सचेत रइहा कहुं तुम्हर मसे कउनो के मन हे पाप अउ अबिस्वास झइ समाय जाय जउन तुमही जिन्दा भगवान लग दुरिहां भटकाय दे।