7 तै स्वरगदूतन लग उके चिटिक तरी धरे, तै ओखर उप्पर महिमा अउ इज्जत के मुकुट पहिनाय हबस।
अउ निक्खा काम करै बाले हर मनसे के पहिले यहूदी अउ फेर यूनानी के महिमा, इज्जत अउ सान्ति मिलही।
जउन मनसे सब रोज धीरज पूरक भलाई अउ महिमा इज्जत अउ जउन कबहुन नेहको मरै बाले के खोज हे लगे रही, उनही ओखर बदले हे सबरोज के जीवन देही।
युगन के राजा, कबहुन न मरै बाले, कबहुन न दिखै बाले अउ असीम भगवान के इज्जत अउ महिमा जुगजुग होवत रहै ओसनेन होय।
पय हम हइ देखथन कि यीसु कुछ टेम के निता स्वरगदूतन लग नान बन गइस, पय मिरतू लग गुजरै के बाद यीसु के महिमा अउ इज्जत के मुकुट पहिनाय गइस, हइ मेर ऊ भगवान के अनुगरह किरपा लग हर अक्ठी मनसेन के निता मिरतू के मिठास चीख सकै।