19 तुम्हर लग मोर बिसेस बिनती हबै कि पराथना करा कि मै जलदी तुम्हर लिघ्घो लउट सको।
अक्ठी बात अउ तुम मोर रहै निता कमरा जुगाड करा, काखे मोके आसा हबै कि तुम्हर सगलू पराथना बिनती के कारन भगवान मोके तुम मनसेन के फेरै लउटाय देही।
हे भाई अउ बेहन, मै तुम्हर लग बिनती करथो कि हइ संदेस के बात के धीर लग सह लइहा, काखे मै बोहत सरल हे चिट्ठी लिखे हव।