6 अउ बिस्वास के बिना भगवान के मगन करै के मुस्किल हबै, जउन भगवान के लिघ्घो आमै चाहथै उके बिस्वास करै के चाही, कि भगवान हबै अउ ऊ उन मनसेन के आसीस देही, जउन भगवान के खोजै हे लगे रथै।
जब कबहुन तुम उपास करथा, ता ढोंगहन के जसना तुम्हर मुंह उदास झइ रहै अउ उन अपन मुंह के इहैनिता उतारै रथै, ताकि दूसर मनसे उनखर उपास के जानै, मै तुम्हर लग सही कथो, कि अपन फडुहा पाय चुके हबै।
जब तुम बिनती करत हबा, ता ढोंगहन कर जसना झइ करिहा, उन मनसेन के दिखामै के निता, मंडली हे अउ गली कर मोड हे ठाड हुइ के बिनती करथै, मै तुम्हर लग सही कथो, उनही उनखर फडुहा मिल चुकिस।
जेखर हे तुम्हर बिस्वास नेहको हबै, ता उन ओखर नाम कसके ले? अउ जेखर बारे हे नेहको सुने हबै, ता ओखर हे कसके बिस्वास करै? अउ परचार करै बाले के बिगर उन कसके सुनै।
जिनही पहिले संदेस सुनाय रहिन उन आदेस नेहको मानै के कारन उन तो सुस्ताय के रोज हे नेहको परवेस के सकिन, पय अउ झन के निता सुस्ताय के रोज के दूरा अबे उघरे हर हबै।
इहै कारन हबै कि जउन मनसे यीसु के दवारा भगवान के लिघ्घो आथै, ऊ उनही सबरोज के निता मुकति करै के सक्ति हबै, काखे ऊ हमर पल्ला लग पराथना करै के निता जुगजुग जिन्दा हबै।
इहैनिता, हे पिरिया भाई अउ बेहन, जब तुम ऊ रोज के ओरगे हबा, ता परियास करा कि परभु के नजर हे पवितर अउ निरदोस पाय जा, अउ तुम्हर हे ओखर सान्ति के निबास होय।