2 अगर असना होतिस ता का उनखर बलि चढावा बन्द नेहको हुइ जातिस? काखे फेर तो उपास करै बाले अक्कै बेर हे सबरोज के निता सुध्द हुइ जातिन। अउ अपन पापन के निता फेर कबहुन खुद के पापी नेहको समझतिन।
फेर ऊ हइ कथै “मै उनखर पाप अउ अधरम के फेर कबहुं सुरता नेहको करहुं।”
अगर कउ मनसे धीर लग दुख भोगथै अउ अन्याय सहथै, काखे ऊ समझथै कि भगवान इहै चाहथै, ता हइ बडाई के ओग हबै।