1 मूसा कर नियम के तो आमै बाले निक्खा बातन के चिन्हा हबै, उनखर नियम के जसना हर साल बलि चढाय जथै। मूसा कर नियम उन बलि के दवारा किरतन भजन करै बालेन के बिलकुन पूर सुध्द नेहको दइ सकथै।
जउन मूसा कर ऊ नियम जउन मनसे के पाप के आदत के कारन ढिलवा बना दय रथै, नेहको के सकिस उके भगवान अपन टोरवा के हमर जसना देह हे पठोय के जेखर लग हम पाप करथन, ओखर भवतिक देह के पाप बाले बनाय के, पाप के हराय के पूर करिस।
ता आबा हम सही मन अउ पूर बिस्वास के संग अउ अपन पाप लग सुध्द होय के निता हिरदय हे पानी लग झडक अउ अपन देह के सुध्द पानी लग धोय के निस पाप हिरदय लग सगलू बिस्वास के संग भगवान के लिघ्घो आबा।
अगर लेवी पुजारी हकदार के दवारा सब कुछ पाय सकथै काखे इहै के आसरा हे मनसेन के मूसा कर किताब पाय रथै। ता कउनो दूसर पुजारी के आमै के जरूरत का हबै? अक्ठी असना पुजारी जउन मलिकिसिदक के परम्परा के होय, न कि हारुन के परम्परा के।
अगर ऊ अक्ठी असना आराधना के जिघा हे आराधना करथै ऊ सही हे अक्ठी परति हबै अउ स्वरग हे जउन कुछ हबै ओखर छांय हबै ऊ ओसनेन हबै जसना मूसा कर संग रथै। इहैनिता जब मूसा तम्बू बनामै बाले रथै, ता उके भगवान के तरफ लग हइ आदेस मिलथै, “देख, जसना तोके डोंगर हे देखाय गय रहिस, ओखरैन मेर सब कुछ बनाबे।”
पय अब मसीह हइ निक्खा नियम के जउन अब हमर लिघ्घो हबै मुख्ख पुजारी बनके आय हबै। ऊ उके बोहत सही अउ सगलू तम्बू मसे हुइके घुसथै जउन मनसेन के हाथन के बनाय हर नेहको। मतलब जउन संसारिक नेहको हबै।