ऊ भोजन के निता मेहनत झइ करा, जउन नास हुइ जही, पय ओखर निता मेहनत करा जउन सबरोज के जीवन ठहरथै, जउन मनसे कर टोरवा तुमही देही काखे बाफ भगवान उहै हे छाप लगाय हबै।
तुम अपन देह के अंगन के अनियाय के साधन बनै के निता पाप के अरपित झइ करा, तुम अपन के मिरतू मसे फेरै जिन्दा समझ के भगवान के परति अरपित करा अउ अपन अंगन के नियाइपन के साधन बनै के निता भगवान के सउप देया।