चेलन के गुरू के बरोबर होय हे अउ हरवाहन के मालिक के बरोबर होमै हे संतोस करैका चाही, अगर मनसे घर के मुखिया के भुतवा कथै, ता उन ओखर घर बालेन के का कुछ नेहको कइहीं?
यीसु उनखर लग कथै, “उजियार अब चुटु देर तक तुम्हर बीच हे रही, जब तक उजियार तुम्हर संग हबै, तब तक आगू बढत जा, असना झइ होय कि अंधियार तुमही आयके घेरय। जउन अंधियार हे रेंगथै, ऊ नेहको जानथै कि कछो जथै।
हइ बात सही हबै, अउ मै चाहथो, कि तै हइ बातन के बारे हे हिम्मत लग बोल इहैनिता कि जिनही भगवान हे बिस्वास करे हबै, उन निक्खा-निक्खा कामन हे लगे रहै, हइ बात निक्खा हबै अउ मनसेन के निता फायदा हबै।
पय भगवान के घराना हे मसीह तो अक्ठी टोरवा के रूप हे बिस्वास करै के ओग हबै अउ अगर हम अपन हिम्मत अउ ऊ आसा हे बिस्वास के बनाय रखथन ता हमिन ओखर घराना के हबन।
भगवान अन्याय नेहको करथै। ऊ तुम्हर कामन के अउ ऊ माया के नेहको बिसरथै, जउन तुम ओखर नाम के महिमा के मकसद लग, हइमेर देखाइस कि अपन पवितर मनसेन के सेबा करिस अउ अबे तक करत हबा।
काखे नियाव के टेम सुरू हुइ गय हबै अउ हइ खुद भगवान के मानै बालेन लग सुरू होही, अउ अगर हइ सबले पहिले हमर लग सुरू होथै, ता उनखर आखरी का होही, जउन भगवान के संदेस हे बिस्वास नेहको करथै?
इहैनिता मोर आमै लग मै ओखर कामन के सुरता देबाहुं जउन ऊ बेकार सब्द लग हमर निदरा करथै, ऊ एतका हे मन नेहको भरथै, ता ऊ अपन भाई के सोगत तक नेहको करथै, अउ न करै बालेन के करै देथै, बलुक उनही मंडली लग बाहिर के देथै।